संता बंता और अलार्म
संता बंता से - 20 सालों में, आज पहली बार अलार्म से सुबह सुबह मेरी नींद खुल गई।
बंता - क्यों, क्या तुम्हें अलार्म सुनाई नहीं देता था?
संता - नहीं आज सुबह मुझे जगाने के लिए मेरी बीवी ने अलार्म घड़ी फेंक कर सिर पर मारी।
पानी और वॉटर
एक अनपढ़ लड़की की शादी कुछ ज्यादा ही पढ़े-लिखे लड़के से हो गई। एक दिन लड़की ने बेहद लजीज खाना बनाया, जिसे पति बड़े चाव से खा रहा था कि तभी एक निवाला उसके गले मे अटक गया। वह खांसते-खांसते मर गया। पत्नी रोते-रोते बोली, ‘हाय यह क्या हो गया। पानी भी नहीं मांग सके। वॉटर-वॉटर कहते हुए मर गए।’
किसी के साथ न हो ऐसा
जो आज मेरे साथ हुआ, वह किसी दुश्मन के साथ भी न हो। आज सुबह उठकर मैंने नाश्ता बनाया, बच्चों को खिलाया, अपने पति को खिलाया। सब को तैयार करके भेज दिया। सारे बर्तन इकट्ठे कर दिए, कपडे वॉशिंग मशीन के पास रख दिए। मैं बाथरूम में गई, शावर लिया, नहाकर आई और तैयार हो गई। तभी मुझे एक फोन आया और फोन सुनकर तो बस मेरी जान ही निकल गई। फोन पर थी मेरी काम वाली बाई। वह बोली, ‘मुझे आज बहुत बुखार है मेमसाहब, आज काम खुद कर लेना।’
संता बंता से - 20 सालों में, आज पहली बार अलार्म से सुबह सुबह मेरी नींद खुल गई।
बंता - क्यों, क्या तुम्हें अलार्म सुनाई नहीं देता था?
संता - नहीं आज सुबह मुझे जगाने के लिए मेरी बीवी ने अलार्म घड़ी फेंक कर सिर पर मारी।
पानी और वॉटर
एक अनपढ़ लड़की की शादी कुछ ज्यादा ही पढ़े-लिखे लड़के से हो गई। एक दिन लड़की ने बेहद लजीज खाना बनाया, जिसे पति बड़े चाव से खा रहा था कि तभी एक निवाला उसके गले मे अटक गया। वह खांसते-खांसते मर गया। पत्नी रोते-रोते बोली, ‘हाय यह क्या हो गया। पानी भी नहीं मांग सके। वॉटर-वॉटर कहते हुए मर गए।’
किसी के साथ न हो ऐसा
जो आज मेरे साथ हुआ, वह किसी दुश्मन के साथ भी न हो। आज सुबह उठकर मैंने नाश्ता बनाया, बच्चों को खिलाया, अपने पति को खिलाया। सब को तैयार करके भेज दिया। सारे बर्तन इकट्ठे कर दिए, कपडे वॉशिंग मशीन के पास रख दिए। मैं बाथरूम में गई, शावर लिया, नहाकर आई और तैयार हो गई। तभी मुझे एक फोन आया और फोन सुनकर तो बस मेरी जान ही निकल गई। फोन पर थी मेरी काम वाली बाई। वह बोली, ‘मुझे आज बहुत बुखार है मेमसाहब, आज काम खुद कर लेना।’